Operation Ganga: यूक्रेन में अब भी फंसे हैं छात्र, 24 घंटों में 15 विमान करेंगे 3000 से ज्यादा भारतीयों को रेस्क्यू

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रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे आज  युद्ध के 10वें दिन पूर्वी यूक्रेन (Ukraine) के कई शहरों में लगातार बमबारी जारी है।  सुमी और खारकीव में अभी भी कई भारतीय फंसे हुये हैं। भारत सरकार उनको रेस्क्यू करने के लिये लगातार कोशिश कर रही है।  सिविल एविएशन मिनिस्ट्री  ने शुक्रवार को कहा कि यूक्रेन में युद्ध के कारण फंसे लोगों को वापस लाने के लिए शनिवार को यानि आज भारतीय वायु सेना  अपनी चार उड़ाने संचालित करेगी।  इन चार उड़ानों के साथ ही 11 नागरिक उड़ानों का भी परिचालन किया जाएगा ।

 

विमानन मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि  शुक्रवार को भारतीय वायुसेना की तीन और 14 नागरिक उड़ानों से 3,772 भारतीयों को वापस लाया गया है।   शनिवार को 11 नागरिक उड़ानों और से 2,200 से अधिक भारतीयों के वापस आने की उम्मीद है। इन उड़ानों में से 10 उड़ानें दिल्ली में और एक मुंबई में उतरेगी।  बयान में यह नहीं बताया गया है कि भारतीय वायुसेना की चार उड़ानों से कितने भारतीय वापस आएंगे। भारत यूक्रेन के पश्चिमी पड़ोसियों जैसे रोमानिया, हंगरी, स्लोवाकिया और पोलैंड से विशेष उड़ानों के जरिए अपने नागरिकों को रेस्क्यू कर रहा है। आपको बता दें कि रूस के हमले के कारण यूक्रेन का हवाई क्षेत्र 24 फरवरी से ही बंद है ।

भारत एक तरफ भारतीय नागरिकों को निकालने के लिये लगातार काम कर रहा है वहीं रूस ने शुक्रवार को यूक्रेन के नागरिकों पर आरोप लगाया कि उन्होंने विभिन्न शहरों में 3700 से अधिक भारतीय नागरिकों को जबरन बंधक बनाकर रखा है।  रूस ने कहा कि उसकी सेना विदेशी नागरिकों की शांतिपूर्ण निकासी के लिए हर संभव प्रयास कर रही ।  यूक्रेन स्थित जापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र पर हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक आपात बैठक में रूसी स्थायी प्रतिनिधि वासिली नेबेंजिया ने कहा कि यूक्रेन में कट्टरपंथियों और चरमपंथियों को पश्चिमी देशों का संरक्षण हासिल है।

रूसी स्थायी प्रतिनिधि वासिली नेबेंजिया ने कहा कि यूक्रेनी राष्ट्रवादियों द्वारा जबरन बंधक बनाए जा रहे विदेशी नागरिकों की संख्या चौंकाने वाली है। खारकीव में भारत के 3,189 नागरिक, वियतनाम के 2,700 नागरिक, चीन के 202 नागरिक इसमें शामिल हैं। सूमी में 576 भारतीय नागरिक, 101 घाना के नागरिक और 121 चीनी नागरिक शामिल हैं।  उन्होंने कहा कि विभिन्न चौकियों पर 130 आरामदायक बसें भारतीय छात्रों और अन्य विदेशी नागरिकों को बचाने के लिए खारकीव और सुमी के लिए रवाना होने को तैयार हैं ।