भारतीय मजदूर संघ 11 दिसंबर को दिल्ली जंतर मंतर पर करेगा प्रदर्शन

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Mamendra kumar (CHIEF EDITOR DISCOVERY NEWS 24) फरीदाबाद : अखिल भारतीय स्वास्थ्य एवं एन एच एम कर्मचारी महासंघ स्वास्थ्य एवं एनएचएम के अधीन कार्यरत सभी वर्गों के कर्मचारी 11 दिसंबर को दिल्ली जंतर मंतर पर कर्मचारी वर्ग के आर्थिक,मानसिक शोषण के खिलाफ एकजुट होकर एक दिवसीय प्रदर्शन करते हुए कुंभकर्णी नींद में सोई सरकार को जगाने का प्रयास करेंगे। स्वास्थ्य कर्मचारी संघ हरियाणा प्रदेश मीडिया प्रभारी दिनेश कुमार कौशिक ने बताया। स्वास्थ्य एवं एन एच एम के अधीन विभिन्न परियोजनाओं,स्कीमो में लाखो कर्मचारी वर्षों से देश के प्रति निष्ठापूर्वक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। देश में जब जब आपातकाल जैसा समय आया इन कर्मचारियों ने ना दिन देखा ना रात देखी देश सेवा में घर वालों को छोड़ अपने- अपने कार्यक्षेत्र में ही डेरा डाल कर बैठ गए।

कोविड काल में जब सरकारों को चलाने वाले नुमाइंदे कोरोना के डर से घरों में छुपे बैठे थे,तब इन देश के वीरो ने, नारी शक्ति ने जनहित के प्रति समर्पित होकर अपने कर्तव्य पथ पर डटे रहे,अपने जीवन का बलिदान भी देने से पीछे नहीं हटे। एंबुलेंस सेवा 102,108 में कार्यरत कर्मचारी साथियों ने कोविड काल में जब परिवार के सदस्य कोरोना ग्रस्त अपने परिजनों को हाथ तक लगाने से डरते थे उस दौरान इस विभाग के साथियों ने अपनी गोद मे उठा कर अस्पतालों तक पहुंचाने का काम किया था अपनी एंबुलेंस में ऑक्सीजन देकर पीड़ितों की जान बचाने का काम किया था। आपातकालीन विभाग में स्वास्थ्य कर्मचारी साथी जब पीपी किट डाल कर पीड़ित रोगियों के इलाज के दौरान चक्कर खा खा कर बेहोश हो जाते थें, उनके बलिदानों को सरकार भुला चुकी है। बेदर्द सरकार ने इन पीड़ित कर्मचारियों को नौकरी से निकालने के सिवाय कुछ नहीं किया।

नेशनल हेल्थ मिशन, विभिन्न केंद्रीय एवं राज्य परियोजनाओं, स्कीमों ,प्रोग्रामों, आउटसोर्सिंग कर्मचारी, एम्बुलेंस सेवा 102,108 कंपनी के अधीन कार्यरत,कोरोना काल के दौरान लगे कर्मचारियों की मांगों को बार-बार प्रदेश सरकार के समक्ष समय समय पर उठाया गया, केंद्र सरकार को बार बार अनुरोध स्वरूप अवगत करवाने के बावजूद भी कर्मचारियों के प्रति उदासीन रवैया ही देखने को मिला। विरोध स्वरूप अखिल भारतीय स्वास्थ्य एवं एनएचएम कर्मचारी महासंघ संबंधित भारतीय मजदूर संघ के द्वारा राज्यों में संबंधित पदाधिकारियों से वार्ता उपरांत भारतीय मजदूर संघ के नेतृत्व में 11 दिसंबर 2023 को जंतर मंतर दिल्ली में एक दिवसीय विशाल प्रदर्शन करने का फैसला किया है। ताकि सरकार को स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारियों की ताकत का एहसास करवाकर वर्षों से हो रहे शोषण से कर्मचारी वर्ग मुक्ति पा सके।

भारतवर्ष के सभी राज्यों में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा ‘स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM)’ के तहत स्वास्थ्य के क्षेत्र में चलाई जा रही विभिन्न केंद्रीय एवं राज्य स्तरीय स्कीमों व प्रोग्रामों में संविदा (अनुबंध) व ठेका आधार पर स्वास्थ्य सेवाओं में चिकित्सक से लेकर पैरामेडिकल, सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रबंधन संवर्ग, एंबुलेंस सेवा 108,102 ड्राइवर से लेकर डेटा ऑपरेटर और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी वर्ग वर्षों से जनहित में अपनी सेवाएं दे रहा है।जबकि इन स्कीमों व प्रोग्रामों के कर्मचारियों को प्रदेशों में स्वास्थ्य विभाग के नियमित समांतर पद वाले कार्यरत कर्मचारियों के साथ कार्य करने उपरांत भी अल्प वेतन का भुगतान किया जाता है। किसी प्रकार की कोई सामाजिक सुरक्षा नहीं दी जाती। रिक्त पद होने उपरांत अनेकोंनेक छंटनी भी की जाती है।

जबकि सबको विदित है कि स्वास्थ्य,एन एच एम,केंद्रीय स्कीमों, प्रोग्रामों में देश में आपातकाल जैसी स्थिति में अहम भूमिका निभाई है। सरकार के इस रवैये से क्षुब्ध होकर अपने अधिकारों की आवाज को उल्लेखित 11 दिसंबर 2023 को जंतर मंतर नई दिल्ली में आवाज को बुलंद करेंगे। तथा मांग करेंगे की समान काम समान वेतन दिया जाए, सामाजिक सुरक्षा दी जाए, ग्रेच्युटी एवं पेंशन लागू किया जाए, कोविद काल में स्वास्थ्य विभाग,नेशनल हेल्थ मिशन, एंबुलेंस 102,108 कर्मचारियों द्बारा देश हित में अपनी सेवाएं देने वाले निष्कासित कर्मचारियों को पुनः नौकरी पर बहाल किया जाए। मणिपुर राज्य की भांति रेगुलर पॉलिसी लागू कर एक देश एक पॉलिसी का प्रावधान किया जा सके। दूरदराज जिलो क्षेत्रों से सभी प्रदेशों से युनियन/ संगठन और सभी प्रोग्राम व स्कीमों में कार्यरत कर्मचारी साथी इस विशाल प्रदर्शन में हजारों, हजार की संख्या में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे और बाकी कार्यरत कर्मचारी अपने – अपने कार्यस्थल पर काले बिल्ले/ काले वस्त्र पहन कर इस प्रर्दशन मे सहभागिता दर्ज करवाएंगे।