फरीदाबाद : सूरजकुंड मेला क्षेत्र में होगा गुर्जर महोत्सव

Spread This

मामेंद्र कुमार शर्मा (संपादक डिस्कवरी न्यूज) फरीदाबाद : वरिष्ठ पत्रकार सुधीर वर्मा ने बताया कि आगामी 23 व 24 दिसम्बर को बाबा फरीद की नगरी फरीदाबाद की धरती पर स्थित सूरजकुण्ड मेला स्थल पर देशभर से गुर्जर समाज के लोग गुुर्जर महोत्सव में भाग लेगें। गुर्जर आर्ट एण्ड कल्चरल ट्रस्ट के चेयरमैन दिवाकर बिधूड़ी ने कहा कि गुर्जर सांस्कृतिक विभिन्न आयामों को विस्तार से देखने का मौका इस गुर्जर महोत्सव के दौरान मिलेगा। कश्मीर से कर्नाटक तक समस्त गुर्जर समाज के लोक गीत, लोक नृत्य, रहन-सहन, खान-पान, परिधान व आभूषणों से भी परिचित होने का गुर्जर समाज के लोगों को मौका मिलेगा। यह बात गुर्जर भवन सैक्टर-16 में गुर्जर महोत्सव 2022के संदर्भ में जानकारी पत्रकारों को देते हुए दिवाकर बिधूड़ी ने बताया कि देश के 13 राज्यों के कुल 18 करोड़ गुर्जर समाज के लोग निवास करते है। इन सभी लोगों को गुर्जर समाज की प्रादेशिक इकाई निमंत्रण देकर के कार्यक्रम के लिए आमंत्रित कर रही है।

एडवोकेट राजेश खटाना ने बताया कि समाज के सभी सम्मानित बुद्धिजीवियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, नौजवानों, बुजुर्गों व मातृ शक्ति से अपील एवं आग्रह करते है कि सांस्कृतिक उत्थान, बन्धुत्व एवं भाईचारे को मजबूत करने के लिए गुर्जर महोत्सव में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाएं। समाजसेवी राम बसौया ने बताया कि गुर्जर महोत्सव का शुभारंभ प्रदेश के पर्यटन एवं शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर 23 दिसम्बर को करेंगे तथा केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर 24 दिसम्बर को समापन अवसर पर उपस्थित रहेगें। वहीं महोत्सव कार्यक्रम गुर्जर मातृ शक्ति की अगुवाई की किया जाएगा। मातृ शक्ति ने अपनी बात रखते हुए कहा कि गुर्जरों गौरवशाली इतिहास को जानने, 1857 की प्रथम क्रांति से लेकर आज तक गुर्जर समुदाय के राष्ट्र के प्रति योगदान की प्रदर्शनी भी गुर्जर महोत्सव में देखने को मिलेगी। इस मौके पर देशभर के गुर्जर जन प्रतिनिधियों को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है।

 

इस मौके पर ज्ञानचंद भड़ाना, रामफूल भाटी, तिलकराज बैंसला, हंसराज कपासिया, एडवोकेट राजेश खटाना, राम बसौया, ओमप्रकाश बैंसला, निरंजन नागर, हवा सिंह छौकर, जतिन खटाना, रणवीर चौहान, शिक्षाविद् ममता भड़ाना, नीतू श्यामदेव भड़ाना, सीमा चौधरी, रेखा गुर्जर, ऋतु कपासिया, सुनीता खटाना, विनित रानी सहित गुर्जर समाज के लोग उपस्थित थे।