जर्मन फेडरेशन ने रखी श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के साथ तालमेल की पेशकश

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MAMENDRA KUMAR (CHIEF EDITOR DISCOVERY NEWS) पलवल: जर्मनी के फेडरल इंस्टीट्यूट फॉर वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग के प्रतिनिधिमंडल ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का भ्रमण किया और कुलपति डॉ. राज नेहरू के साथ बैठक की। उन्होंने फेडरेशन से जुड़े 100 से भी अधिक विश्वविद्यालयों एवं उच्च शिक्षण संस्थानों के साथ तालमेल की पेशकश रखी है। उनके साथ फेडरेशन के माध्यम से तालमेल होने पर स्किल डेवलपमेंट, रिसर्च, ट्रेनिंग, व्यवसायिक कोर्स के क्षेत्र में काम आगे बढ़ाया जा सकेगा। इस दिशा में पहले दौर की बातचीत हुई है। इस फेडरेशन से जुड़े ज्यादातर शिक्षण संस्थान व्यवसायिक शिक्षा के क्षेत्र में काम करते हैं। बैठक में फेडरेशन के प्रतिनिधि कार्थिकेयन और जर्मन फेडरल मिनिस्ट्री ऑफ़ एजूकेशन एंड साइंटिफिक रिसर्च की प्रतिनिधि अंतजे वेसल्स और श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के डीन इंटरनेशनल कोलैबोरेशन, प्रोफेसर निर्मल सिंह भी मौजूद रहे।

कुलपति डॉ. राज नेहरू ने बताया कि जर्मन की यह फेडरेशन विश्व के चुनिंदा संस्थानों के साथ तालमेल कर रही है, ताकि वैश्विक स्तर पर स्किल और व्यावसायिक शिक्षा का एक बेहतर इकोसिस्टम विकसित किया जा सके। इसी कड़ी में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में फेडरेशन के प्रतिनिधियों ने समस्त संभावनाओं पर विचार विमर्श किया है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय फेडरेशन के माध्यम से इन जर्मन संस्थानों के साथ जुड़ सकता है। यदि यह बातचीत सिरे चढ़ती है तो इससे कौशल और व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में शोध को बढ़ावा दिया जा सकेगा। ट्रेनिंग के लिए भी इन संस्थाओं के साथ भागीदारी हो सकती है। इसके अंतर्गत विद्यार्थियों का आदान-प्रदान भी संभावित होगा। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने बताया कि इससे प्रोफेशनल प्रोग्राम विकसित करने की संभावनाएं भी बढ़ जाएंगी। उन्होंने जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल का श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय पहुंचने पर स्वागत किया। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि कुछ विशिष्ट क्षेत्रों में काम कर रहे शिक्षण संस्थानों को एक प्लेटफार्म पर आकर आगे बढ़ना चाहिए।

डीन इंटरनेशनल कोलैबोरेशन, प्रोफेसर निर्मल सिंह ने बताया कि इस बैठक के बाद अगले दौर में स्कोप ऑफ़ वर्क पर चर्चा होगी। अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप किस तरह से सभी शिक्षण संस्थानों के साथ तालमेल बिठाया जा सकता है, इस पर एक व्यापक नीति बनाई जाएगी। प्रोफेसर निर्मल सिंह ने कहा कि जर्मनी में स्किल और व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में काफी उन्नत कार्य हो रहा है और देश का पहला कौशल विश्वविद्यालय होने के नाते यदि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का इस फेडरेशन के साथ समन्वय स्थापित होता है तो आने वाले दिनों में विद्यार्थियों को इसका सीधे तौर पर लाभ मिलेगा। साथ ही फैकल्टी भी इससे प्रत्यक्ष लाभान्वित होगी।